Skip to main content

'पैरेलल' क्लेम्प क्या है ?


इस प्रकार के क्लेम्प को टूल मेक्स क्लेम्प (Tool Maker's Clamp) भी कहते हैं। इसके बनावट में दो जॉ होते हैं जिनके साथ दो स्क्रू लगे रहते हैं। आगे वाला स्क्रू जॉब को टाइट करता है और पीछे वाला तनाव देता है। ये अधिकतर माइल्ड स्टील या हाई कार्बन स्टील से बनाये जाते हैं।
साइज (Size)- पैरेलल क्लेम्प के जॉ के बीच में अधिक से अधिक जितने साइज का जॉब बांध सकते उसके अनुसार साइज लिया जाता है।
प्रयोग- पैरेलल क्लेम्प का प्रयोग अधिकतर उन पार्ट्स को पकड़ने के लिए किया जाता है जो समानान्तर हुए हों। अधिकतर प्रयोग मार्किंग, ड्रिलिंग, मशीनिंग, सोल्डरिंग, ब्रेजिंग इत्यादि कार्य करते समय दो से अधिक पार्ट्स को क्लेम्प करने के लिए किया जाता है।

Popular posts from this blog

स्पेनर क्या होता है ? स्पेनर के प्रकार -

स्पेनर क्या होता है ? स्पेनर के प्रकार - जब अस्थाई रूप से फिट किये जाने वाले पुर्जे या पार्ट्स को अधिकतर नट और बोल्ट के द्वारा जोडे जाते हैं। जिनको कसने व ढीला करने के लिए जिस टूल का प्रयोग मे लाया जाता है। उसे स्पेनर (Spanner) कहते हैं। मेटेरियल (Material) - यह कास्ट आयरन, कास्ट स्टील, मीडियम कार्बन स्टील, निकल क्रोम स्टील, क्रोम वेनेडियम स्टील व वैनेडियम एलॉय स्टील से बनाये जाते है। स्पेनर्स को उसके आकार और कार्य के साइज के अनुसार बनाया जाता है। स्पेनर्स का साइज इसके ऊपर लिखा रहता हैं। इसका साइज नट या बोल्ट के हैड के साइज के अनुसार  रहता है। जैसे - सिंगल एण्डिड स्पेनर 20 मि.मी. का है तो यह स्पेनर नट या बोल्ट के 20 मि.मी. के हैड पर ही प्रयोग में लाया जा सकता है।   स्पेनर के प्रकार(Types of spanners) 1. सिंगल ऐण्डिड स्पेनर (Single Ended Spanner)-  इस प्रकार के स्पेनर का एक ही मुंह होता है जो कि एक निश्चित साइज में बना होता है। इस स्पेनर का प्रयोग केवल एक साइज के नट व बोल्ट को ढीला करने व कसने के लिए किया जाता है। 2. डबल ऐण्डिड स्पेनर (Double Ended Spanner)...

प्लायर्स (Pliers) क्या होता है ? कितने प्रकार के होते है ?

प्लायर्स(Pliers) क्या होता है ? कितने प्रकार के होते है ? प्लायर्स एक प्रकार का हैंड टूल्स है। जिसका प्रयोग वर्कशॉप में कार्य करते समय छोटे-छोटे पार्ट्स को पकड़ने के लिए किया जाता है। प्लायर्स अधिकतर कास्ट स्टील का बनाया जाता है। प्लायर्स के मुख्य पार्ट्स - हैंडल, रिवेट, जॉस होता है। प्लायर्स के प्रकार (Types of Pliers) 1. साइड कटिंग प्लायर्स (Side Cutting Pliers) - इसको फ्लैट नोज़ प्लायर भी कहते हैं। इसके दोेनो जॉ के बीच में कटिंग ऐज बने होते हैं। जिससे तार को कटा जा सकता है। इस प्लायर्स का प्रयोग अधिकतर वर्कशॉप के सभी विभागों में किया जाता है। बिजली विभाग में इस प्लायर्स को प्रयोग में लाया जाता है। 2. लांग नोज़ प्लायर्स (Long Nose Pliers) - इस प्रकार के प्लायर्स के जॉ लंबे और आगे से नुकीले होते हैं। इसका प्रयोग प्रायः तंग स्थानों पर किसी पार्ट्स को पकड़ने के लिये किया जाता है। इसका अधिकतर प्रयोग बिजली मैकेनिक और छोटे-छोटे मैकेनिकल कार्य के किया जाता हैं। इसके जॉ में भी कटिंग ऐज बने होते हैं। जिससे तार को काटा जा सकता है। 3. स्लिप ज्वाइंट प्लायर्स (Slip Joint...

'सी' क्लेेम्प क्या होता है ?

यह अंग्रेजी के अक्षर 'C' के आकार का बना हुआ क्लेम्प होता है जिसकी बनावट में एक स्क्रू, हैंडल और फ्रेम होते हैं। स्क्रू और हैंडल माइल्ड स्टील के बने होते हैं और फ्रेम प्राय: कास्ट स्टील से बनाया जाता है। कार्य वा उपयोग के अनुसार ये तीन प्रकार के प्रयोग में लाये जाते हैं। बड़े कार्यों के लिये हैवी ड्यूटी (Heavy Duty), साधारण कार्यो के लिये जनरल सर्विस (General Service) और छोटे व हल्के कार्यो के लिए लाइट ड्यूटी (Light Duty) 'सी' क्लेम्प प्रयोग में लिया जाता हैं। साइज (Size)- 'सी' क्लेम्प में अधिक-से-अधिक जितने साइज का जॉब बांधा जा सकता है उसके अनुसार इसका साइज किया जाता है- जैसे 100 मि.मी. वाले 'सी' क्लेम्प में 100 मि.मी. साइज तक के जॉब बांधे जा सकते हैं। प्रयोग (Uses)- 'सी' क्लेम्प का अधिकतर प्रयोग मार्किंग, ड्रिलिंग, सोल्डरिंग, ब्रेजिंग इत्यादि करते समय दो या दो से अधिक पार्ट्स को क्लेम्प करने के लिये किया जाता है। अधिकतर छोटे व हाथ के कार्यों में प्रयोग में लाए जाते हैं।