हैक्सॉ ब्लेड स्टील की पत्ती होती है। जिसके दोनों सिरों पर एक-एक सुराख(Hole) बना होता है। इसके एक या दोनों किनारों पर 'V' आकार के दांते कटे होते हैं। कार्य के अनुसार ये भिन्न-भिन्न साइजों में पाये जाते हैं।
मेटीरियल (Material)–हैक्सॉ ब्लेड को अधिकतर हाई कार्बन स्टील, हाई स्पीड स्टील और लो एलॉय स्टील से बना कर हार्ड व टेम्पर कर दिया जाता है।
हैक्सॉ ब्लेड को उसकी लंबाई, चौड़ाई, मोटाई और पिच के अनुसार पहचान जाता है।
प्रकार (Types)- प्राय: निम्नलिखित प्रकार के हैक्सॉ ब्लेड प्रयोग में लाये जाते हैं।
1. फ्लेक्सीबल (Flexible)- इस प्रकार के हैक्सॉ ब्लेड में केवल दांतों वाला भाग को ही हार्ड व टेम्पर किया जाता है और पिन होल व ब्लेड की पूरी बॉडी को साफ्ट व टफ रखा जाता है। इस प्रकार का ब्लेड में झटकों को आसानी से सहन करने कि क्षमता होती है और जल्दी टूटता नहीं है।
2. आल हार्ड (All Hard)- इस प्रकार के ब्लेड में केवल पिन होल को छोड़ कर पूरा ब्लेड हार्ड व टेम्पर कर दिया जाता है। जरा सा झटका लगने से यह ब्लेड टूट सकता है। इसलिए कार्य करते समय ध्यान पूर्वक कार्य करना पड़ता कहीं झटके से ब्लेड टूट ना जाए।
3. फ्लेक्सीबल सेंटर (Flexible Centre)- इस प्रकार के ब्लेड में दांतों के सिरों व ब्लेड के पिछले सिरो को ब्लेड की लंबाई तक हार्ड तथा बाकी भाग स्प्रिंग टेम्पर किया जाता है।
4. स्प्रिंग बैक (Spring Back)- इस प्रकार के ब्लेड में दांतों वाले भाग को हार्ड किया जाता है। तथा ब्लेड के बाकी भाग को स्प्रिंग टेम्पर कर दिया जाता हैं।
ग्रेड (Grade)- हेक्सा ब्लेड पर जिस श्रेणी में पिच वाले दांत कटे होते हैं उसे ब्लेड का ग्रेड कहते हैं। ग्रेड के अनुसार निम्न प्रकार के ब्लेड प्रयोग में लाये जाते हैं।
1. कोर्स (Coarse) - इस ग्रेड के ब्लेड पर प्रत्येक इंच में 14 दांते कटे होते है। जिससे धातु बहुत जल्दी कटती है। इस ग्रेड वाले ब्लेड का अधिकतर प्रयोग मोटी और मुलायम धातुओं को काटने के लिए किया जाता है जैसे पीतल, तांबा एल्यूमीनियम इत्यादि। भारतीय स्टैण्डर्ड (B.L.S) के अनुसार 1.8 मि.मी. पिच के दांते कटे होते हैं।
मीडियम (Medium) - इस ग्रेड के ब्लेड पर प्रत्येक इंच में 18 दांते कटे होते हैं। इस ग्रेड वाले ब्लेड का मुख्य प्रयोग साधारण कार्यों के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग माइल्ड स्टील और कास्ट ऑयरन काटने के लिए भी किया जाता है। भारतीय स्टैण्डर्ड (B.I.S) के अनुसार इस पर 1.4 मि.मी. पिच के दाते काटे होते हैं।
3. फाइन (Fine)- इस ग्रेड के ब्लेड पर प्रत्येक इंच में 24 दांते कटे होते हैं। इस ग्रेड वाले ब्लेड का अधिकतर प्रयोग मीडियम कार्बन स्टील को काटने के लिए किया जाता है।
4. वैरी फाइन (Very Fine)- इस ग्रेड के ब्लेड पर प्रत्येक इंच में 32 दांते कटे होते हैं। इस ग्रेड वाले ब्लेड का अधिकतर प्रयोग पत्तली गेज की चादर और पाइपों तथा कठोर धातुओं को काटने बिलया जाता है। इस पर 0.8 मि.मी, पिच के दांते कटे होते हैं।
दांतों के सेट (Set of Teeth)- दांतों के सेट प्रायः पिच पर निर्भर करते हैं।
1. 0.8 मि.मी. पिच वाले ब्लेड वेवी (Wavy) सेट में पाये जाते हैं।
2. 1.0 मि.मी. पिच वाले ब्लेड प्रायः वेवी या स्टैगर्ड (Wavy or Staggered) सेट में पाये जाते हैं।
3. 1.00 मि.मी. से अधिक पिच वाले ब्लेड प्रायः स्टैगर्ड (Staggered) सेट में पाये जाते हैं।
स्टैगर्ड सेट (Staggered Set)- इस प्रकार के सेट वाले ब्लेड पर एक या दो दांते दाएं तथा एक या दो दांते बाएं मुड़े होते हैं और इसी क्रम में पूरे ब्लेड पर सेटिंग होती है। इस सेटिंग वाले ब्लेड प्राय: साधारण कार्यों के लिए प्रयोग होते हैं।
वेवी सेट (Wave Set)- इस प्रकार के सेट वाले ब्लेड पर दांतों की लहर बन जाती है। इस सेटिंग वाले ब्लेड से ट्यूब और शीट काटने के लिए प्रयोग में लाया जाता हैं।
हैक्सॉ ब्लेड का उपयोग करने से पहले चयन करना - हेक्सा के द्वारा कोई भी आपरेशन करने से पहले यह देख लेना चाहिए कि सही प्रकार का ब्लेड प्रयोग में लिया जा रहा है कि नहीं। इसलिए हेक्सॉ ब्लेड का चयन करना आवश्यक हो जाता है।
निम्न बातों को ध्यान में रखकर हैक्सॉ ब्लेड का चुनाव करना चाहिए-
1. ब्लेड का चुनाव धातु की हार्डनैस के अनुसार करना चाहिए। हार्ड धातु के लिए फाइन ग्रेड ब्लेड और मुलायम धातु के लिए कोर्स ग्रेड ब्लेड का प्रयोग करना चाहिए।
2. पतली धातु के लिए फाइन ग्रेड का ब्लेड और मोटी धातु के लिए क्रॉस ग्रेड ब्लेड का प्रयोग में लाना चाहिए।



